रविवार का सदुपयोग
साप्ताहिक सूक्ष्म ब्लॉग | संवाद से परिवर्तन का प्रयास
अंश- बानबेवाँ
“अबकी मंगलवार,
फिर इक बार मोदी सरकार”
‘मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी’
चुनाव के अंतिम चरण की समाप्ति के साथ ही एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके है। यह हर्ष का विषय है कि देश की जनता जो चाहती है वो एग्जिट पोल के आंकलन में भी झलक रहा है। देश की देवतुल्य जनता माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एक सुदृढ़ एवं सबल सरकार की आकांक्षी है क्योंकि एक मजबूत नेतृत्व ही देश को विकास की सही दिशा में आगे बढ़ा सकता है। मंगलवार को एग्जिट पोल के नतीजे पर मोहर लग ही जाएगी क्योंकि जब जनता जनार्दन पूरे मन से किसी को चुनती है तो देश विरोधी दुर्भावना रखने वाले लोगों को सिरे से नकार देती है।
हम भारतीय बहुत आस्थावान होते हैं और जब कर्म के साथ आस्था का मेल हो जाता है तो हम निश्चित रूप से कर्म क्षेत्र में सफल होते हैं। कर्मवीरों को प्रभु श्री राम का आशीर्वाद मिलता है और उन पर प्रभु की कृपा दृष्टि भी बरसती है।
यूं तो प्रत्येक मंगलवार को हम रामभक्त हनुमान जी की पूजा- अर्चना करते हैं और सभी के मंगल कारी होने की कामना करते हैं, लेकिन इस बार का मंगलवार 140 करोड़ देशवासियों के लिए मंगलकारी संदेश लाने वाला है और हमें पूर्ण विश्वास है कि इस मंगलवार को एक बार फिर प्रचंड बहुमत से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है।
19 अप्रैल को देश के लोकसभा चुनाव का आगाज हुआ और पहले चरण का मतदान हुआ और कल सातवें चरण के मतदान की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। सभी प्रत्याशियों का भाग्य मत पेटियों में कैद हो चुका है और अब मंगलवार को इन सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होने वाला है। हो सकता है कि कुछ मतदाताओ के लिए यह चुनाव किसी उम्मीदवार की जीत हार का चुनाव हो लेकिन देश की 80% से अधिक जनता के लिए यह चुनाव देश के भविष्य की दिशा और दशा तय करने वाला है।
पिछले 10 सालों में देश की जनता ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार का कार्यकाल भी देखा है और उससे पहले कांग्रेसनीत यूपीए गठबंधन की सरकार के भी कार्यकाल को देखा है। इन 10 वर्षों में जिस तेजी के साथ देश में हर क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिला है। यह एक नए भारत निर्माण की शुरुआत है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने आजादी की 100 वीं वर्षगांठ पर यानि 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का जो संकल्प लिया है, उस संकल्प की आधारशिला रखी जा चुकी है। अब इस मजबूत आधारशिला पर विकसित राष्ट्र के निर्माण की शुरुआत होने वाली है।
सात चरणों में संपन्न हुए आम चुनाव में विपक्षी पार्टियों ने देश की जनता को कई मुद्दों पर गुमराह करने का प्रयास किया। यहां तक कि व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप लगाने से भी नहीं चुके। उन्होंने कई बार हमारी सनातन संस्कृति का अपमान किया तो वहीं देश की एकता और अखंडता को भी विखंडित करने का प्रयास किया, लेकिन जिस मजबूती के साथ देश की जनता ने अपना फैसला सुनाया है, उससे हमें पूर्ण विश्वास है कि देश में इस मंगलवार को उम्मीदों का एक नया सूर्योदय होने वाला है।
प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश के प्रत्येक राज्य में जिस मजबूती के साथ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, उसने कई राजनीतिक विश्लेषकों के कयासों को बदलकर रख दिया। “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” की प्रेरणा के साथ भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्येक वर्ग को अपने साथ जोड़ने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने कई चुनावी संबोधनों में यह कहा था कि हमें पूरा विश्वास है कि एक बार फिर देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने वाली है और सरकार बनने के बाद अगले 125 दिन में क्या होने वाला है इसका रोड मैप भी तैयार हो चुका है। प्रधानमंत्री जी का यह विश्वास आप सभी की दुआओं और आशीर्वाद के परिणामस्वरुप ही था और इसी विश्वास के आगे विपक्षी पार्टियों कहीं भी चुनावी दौड़ में मुकाबला करती नजर नहीं आई। अलग-अलग विचारधाराओं की सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर केवल मोदी जी को सत्ता से दूर करने का प्रयास करती नजर आई। ऐसा लग रहा था कि वे चुनाव जीतने के लिए नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनने से रोकने के लिए लड़ रही हैं। चुनाव की शुरुआत में ही विपक्षी गठबंधन ने जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी पर संविधान को बदलने, आरक्षण को खत्म करने और लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाते हुए देश में अराजकता फैलाने का प्रयास किया लेकिन इसके विपरीत देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने अपने हर चुनावी संम्बोधन में देश की जनता को यह विश्वास दिलाया कि संविधान देश की आत्मा है और उसे नहीं बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि आरक्षण को खत्म करना तो दूर उसके साथ छेड़छाड़ भी नहीं की जाएगी, लेकिन उन्होंने यह बात जरूर कही कि यह आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं दिया जाना चाहिए। कई राज्यों की कांग्रेस सरकारों ने तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने का काम किया और मूल ओबीसी जातियों के आरक्षण को छीनने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस बार के चुनावी माहौल को देखकर ऐसा लग रहा था कि यह चुनाव एनडीए या भारतीय जनता पार्टी नहीं बल्कि देश की जनता लड़ रही है और शायद जनता खुद आगे आकर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र में मजबूत सरकार बनाने का मानस बना चुकी है। मतदान के बाद विभिन्न विपक्षी राजनीतिक पार्टियां अभी भी अपने चुनावी गुणा भाग लगा रही है, वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी विकसित राष्ट्र निर्माण के अपने संकल्प को आगे बढ़ाने में पुनः जुट चुकी है।
हमें पूरा विश्वास है कि इस मंगलवार को देश की जनता को मंगलकारी समाचार प्राप्त होंगे और देश की संसद में एक बार फिर सनातन संस्कृति को बचाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाली महान विभूति माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश की सरकार बनेगी।
1. क्या आप मानते हैं कि देश में एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है ?
2. क्या आप मानते हैं कि विपक्षी दलों ने चुनाव जीतने के लिए नहीं बल्कि मोदी जी को हराने के लिए लड़ा ?
हृदय की कलम से
आपका
धनंजय सिंह खींवसर