रविवार का सदुपयोग –अंश-बयालीसवाँ


रविवार का सदुपयोग 

 
साप्ताहिक सूक्ष्म ब्लॉग | संवाद से परिवर्तन का प्रयास
 
अंश-बयालीसवाँ
 
योग दिवस – ” मानवता ” का संदेश 
 
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 21 जून को पूरे विश्व में नवां अंतरष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम “मानवता” रखी गई है। योग हमारे जीवन और संस्कृति का अहम हिस्सा है। यह अभी से नहीं बल्कि कई वर्षों से भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा बना हुआ है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए और योग को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 21 जून को “अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। योग शरीर से लेकर मस्तिष्क तक के लिए भी अत्यंत फायदेमंद है। “योग” आपको निरोगी रखता है, योग आपके जीवन में एक नई उर्जा का प्रवाह करता है।
 
योग एक ऐसा विशेष शारीरिक और मानसिक अभ्यास है, जो हमारे शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ बनाता है। योग के अभ्यास से हमारे शरीर की कमजोरियां दूर होती हैं, मन की चंचलता कम होती है और आत्मा की ऊर्जा बढ़ती है। योग के अभ्यास से हमारी संतुलित और स्वस्थ जीवनशैली का निर्माण होता है। प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इस दिन पूरी दुनिया में लोग योग के अभ्यास करते हुए स्वस्थ जीवन का संदेश देते हैं। इस बार इस दिन का थीम ‘मानवता’ है। इससे संबंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जो लोगों के बीच समझदारी, समानता और सहयोग को बढ़ाने का कार्य करेंगे। इस दिन को मनाकर हम स्वस्थ जीवन के संदेश को अपने आसपास के लोगों तक पहुंचा सकते हैं। इससे हमारी समाज में स्वस्थ जीवन की जागरूकता फैलती है और समाज के सभी वर्गों में स्वस्थ जीवन के अभ्यास को प्रोत्साहित किया जाता है।
 
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सबसे पहले 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान सबसे पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा। मोदी जी के इस प्रस्ताव पर सभी ने अपनी सहमति प्रदान की और संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 दिसंबर, 2014 को घोषणा की कि 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाएगा। 
 
‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ का उद्देश्य दुनिया के लोगों को योग के महत्त्व एवं उपयोगिता के बारे में अवगत कराना है। आज पूरा विश्व योग के महत्व को भलीभांति जान चुका है और विश्व भर के लोग योग के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। योग को अब चिकित्सा जगत में भी पूरा महत्व दिया जा रहा है। 
 
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयासों से आज योग पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है और हर कोई योग के बारे में बारीकी से जानने के लिए भारत देश के प्रति आकर्षित हो रहा है। 2014 में भारत देश को विश्व गुरु बनाने का जो सपना देखा गया था, उस सपने को साकार करने की दिशा में अंतरष्ट्रीय योग दिवस एक महत्वपूर्ण कदम है और योग के माध्यम से देश की सनातन सभ्यता और संस्कृति को भी एक अलग पहचान मिली है।
 
आइए हम सभी भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के इस अवसर पर संकल्प ले की हम लोग को अपने दैनिक जीवन में उतारेंगे और प्रतिदिन योग कर शरीर को स्वस्थ बनाएंगे।
 
1. क्या आप भी मानते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को गौरवान्वित किया है?
 
2. क्या वास्तव में आज पूरा विश्व योग के प्रति आकर्षित हो रहा है
 
हृदय की कलम से ! 
 
आपका 
 
– धनंजय सिंह खींवसर