रविवार का सदुपयोग – अंश-तिरासीवाँ

 
रविवार का सदुपयोग 
 
साप्ताहिक सूक्ष्म ब्लॉग | संवाद से परिवर्तन का प्रयास
 
अंश-तिरासीवाँ
 
तुम जातिवाद से तोड़ोगे, 
हम राष्ट्रवाद से जोड़ेंगे !!
 
सौगंध मुझे इस मिट्टी की,
मैं देश नहीं मिटने दूंगा,
मैं देश नहीं मिटने दूंगा,
मैं देश नहीं झुकने दूंगा।
 
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2014 के चुनाव से पहले ही देश की जनता के सामने यह संकल्प लिया था और 10 वर्षों में न केवल देश को एकता और अखंडता के सूत्र में पिरो कर रखा बल्कि देशवासियों में भी देशभक्ति की नई ऊर्जा का संचार किया है,वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां आज भी देश को जाति, धर्म ,वर्ग के आधार पर बांटने के षडयंत्र कर रही है।
 
अंग्रेजों की ओर से स्थापित कांग्रेस पार्टी का इतिहास “फूट डालो, राज करो” का रहा है और यह परंपरा अभी भी लगातार चली आ रही है। 1947 में जब देश आजाद हुआ तब देश को धर्म के आधार पर बांट दिया गया, इसके बाद भी कई बार देश को बांटने का प्रयास किया गया। आज भी विपक्षी पार्टियां देश की जनता में जातिवाद का जहर घोलने का काम कर रही है, लेकिन शायद उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प है कि “तुम जातिवाद से तोड़ोगे, हम राष्ट्रवाद से जोड़ेंगे”, विपक्षी पार्टियों का जातिवाद का यह जहर राष्ट्रीय स्तर से लेकर क्षेत्रीय स्तर तक घोलने का यह प्रयास देश की जनता कभी सफल नहीं होने देगी।
 
10 वर्षों के कार्यकाल में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार ने हमेशा देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने की दिशा में काम किया। देश में जो भी योजनाएं शुरू की गई उन योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे, इसके लिए कार्य योजना तैयार की गई जो भी कानून बनाए गए वह देश की 140 करोड़ जनता के हितों को ध्यान में रखकर बनाए गए।
 
जब संसद में तीन तलाक का बिल पेश हुआ और उसे पारित किया गया तो यही विपक्षी पार्टियां इसका खुलकर विरोध कर रही थी, लेकिन प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी का संकल्प था कि देश में रहने वाली प्रत्येक महिला को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है और उसके साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता , इसलिए उन्होंने देश में तीन तलाक के विरुद्ध कानून बनाया। वर्षों से देश के माथे पर लगा धारा 370 का कलंक भी हटाया गया और अब समान नागरिक संहिता का कानून भी पास किया गया है। यह सभी निर्णय देश को एकता के सूत्र में पिरोने का काम करते हैं। 
 
कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियों हमेशा देश को बांटकर राजनीति करने में विश्वास रखती है। पिछले कुछ दिनों से अब यह विपक्षी पार्टियों देश में जातिगत जनगणना का जहर घोलने का भी प्रयास कर रही है। वह चाहते हैं कि देश की जनता अलग-अलग जाति और वर्गों में बांटकर अपनी राजनीति को चमकाया जाए , वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि देश में केवल चार जातियां हैं। गरीब ,महिला, किसान और युवा इन सभी जातियों के उत्थान के लिए हमारी सरकार कटिबंध है।  
 
देश में जब पुलवामा का अटैक हुआ तब पूरा देश एक स्वर में इस घटना की निंदा कर रहा था। केंद्र सरकार ने देशवासियों की भावनाओं को समझा और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए बालाकोट एयर स्ट्राइक की और उसके बाद जिस तरह से हमने पूरे देश में राष्ट्र भावना का जो वातावरण देखा वह अपने आप में एक अनुपम उदाहरण था। 
 
देश में रहने वाले सभी 140 करोड़ देशवासी एक साथ मिलकर रहना चाहते हैं देश के विकास में अपनी भागीदारी निभाना चाहते हैं और 2047 तक जिस तरह से प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है, उस संकल्प को पूरा करना चाहते हैं , लेकिन विपक्ष की राजनीतिक पार्टियों के पास अब मुद्दों की राजनीति करने का दम नहीं रहा है और इसलिए वह अलग-अलग तरह के हथकंडे अपना कर देश को बांटने की राजनीति कर रही है।
 
लोगों को जातिवाद के आधार पर बांटने का षडयंत्र राष्ट्रीय स्तर पर नहीं बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर भी चल रहा है। खींवसर की जनता ने पिछले कई वर्षों से जातिवाद के इस दंश को खेला है। जातिगत आधार पर राजनीति करने वाले ऐसे अवसरवादी लोगों को खींवसर की जनता ने पूरी ताकत से नाकाम करने का प्रयास किया और आने वाले दिनों में ऐसी ताकतों को क्षेत्र की जनता उखाड़ फेंकेगी।
 
जिन पार्टियों के पास देश की विकास का कोई एजेंडा नहीं होता है वह जातिवाद जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ने का प्रयास करती है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी हमेशा विकास को आगे रखकर चुनाव लड़ती है। विकास के साथ ही राष्ट्र निर्माण किया जा सकता है और यही सच्चा राष्ट्रवाद होता है।
 
कुछ इन पंक्तियों के साथ मैं इस ब्लॉग को समाप्त करता हूं।
 
“अब घड़ी फ़ैसले की खाई, हमने है कसम अब खाई
हमें फिर से दोहराना है, और ख़ुद को याद दिलाना है
ना भटकेंगे न अटकेंगे, कुछ भी हो इस बार
हम देश नहीं मिटने देंगे”
 
हृदय की कलम से।
 
आपका 
धनंजय सिंह खींवसर