रविवार का सदुपयोग
साप्ताहिक सूक्ष्म ब्लॉग | संवाद से परिवर्तन का प्रयास
अंश- छियानबेवाँ
जीवन में “सकारात्मक” सोच होना है बहुत जरूरी है।
“जीत और हार दोनों आपकी सोच पर निर्भर होते है।
मान लो तो हार है और ठान लो तो जीत।।”
किसी लेखक की यह पंक्तियां एकदम सटीक लिखी गई हैं। यदि हम सकारात्मक सोच के साथ अपने लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं तो निश्चित रूप से हमें उस लक्ष्य की प्राप्ति होती है। हालांकि जीवन पथ पर जब भी कोई कठिनाई या बाधा आती है तो कई तरह के नकारात्मक विचार हमारे मन को घेर लेते हैं, लेकिन उस समय यदि हम सकारात्मक सोच के साथ अपने संकल्प को पूरा करने की दिशा में बढ़ते हैं तो न केवल सभी बाधाएं दूर होती है, बल्कि हमें अपने लक्ष्य की भी प्राप्ति होती है।
सकारात्मक विचार न सिर्फ हमें पॉजिटिव एनर्जी से भरते हैं बल्कि जीवन में आने वाली बड़ी चुनौतियों के लिए भी तैयार करते हैं। सकारात्मक नजरिया हमे खुशियों और सफलता की ओर ले जाता है। यदि हम जीवन के प्रकाशित पहलू को देखते हैं, तो हम जीवन में ऊर्जावान महसूस करते हैं। हमारा नजरिया न सिर्फ हमे बल्कि हमारे पर्यावरण और आसपास के लोगों को भी प्रभावित करता है।
सकारात्मक सोच महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर लाभकारी प्रभाव डाल सकती है। जो लोग जीवन के प्रति अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं, वे तनाव से बेहतर तरीके से निपटते हैं, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। सकारात्मक सोच अपने जीवन के बारे में बेहतर निर्णय लेने और दीर्घकालिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकती है।
पानी में गिरने से इंसान की मृत्यु नहीं होती है, बल्कि तब होती है जब उसे तैरना नहीं आता। परिस्थितियां कभी भी समस्या नहीं बनती, समस्या तब बनती हैं जब उनसे निपटना नहीं आता। सकारात्मक सोच की शक्ति से घोर अंधकार को भी आशा की किरणों में बदला जा सकता है। हमारे विचारों पर हमारा स्वयं का नियंत्रण होता है, इसलिए ये हमें ही तय करना होता है कि हमें सकारात्मक सोचना है या नकारात्मक।
हर विचार एक बीज की तरह होता है। सकारात्मक बीज हमारे पॉजिटिव नजरियों को उजागर करता है और हमे हर कठिनाइयों से उबरने की शक्ति देता है। हम जैसा विचार करते हैं हम उसी तरह बन भी जाते हैं, इसलिए कहा जाता है कि जैसे हमारे विचार होते हैं वैसा ही हमारा आचरण होता है। ये हम पर निर्भर करता है कि हम अपने मस्तिष्क में कौन सा बीज बोते हैं। सकारात्मक विचार रखने वाला व्यक्ति गुलाब के पेड़ में कांटों को नहीं बल्कि उसमें निकले गुलाब को देखता है। यदि हम सकारात्मक नजरिया रखते हैं और लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं, तो अंत में हम न केवल अपनी सभी समस्याओं को दूर कर लेते हैं बल्कि भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार हो जाते हैं।
जय हिंद
1. क्या आप यह मानते हैं कि सकारात्मक सोच से जीवन में हर समस्या पर काबू पाया जा सकता है?
2. क्या आप यह मानते हैं कि जीवन में वे लोग ज्यादा सफल होते हैं जिन्होंने बहादुरी से मुसीबतों का सामना किया है?
हृदय की कलम से
आपका
धनंजय सिंह खींवसर