जल : इसका संरक्षण करें, इसे संरक्षित करें

साथियों, जोधपुर/नागौर में पले-बढ़े हम सभी को पानी के महत्व का एहसास है। मुझे लगता है कि हम सभी इस बात को स्वीकार करते हैं कि जल संरक्षण में मजबूत पहल ही हमारे भविष्य को सुरक्षित रखने का एकमात्र तरीका है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, यदि वर्ष 2040 तक कुछ कठोर कदम नहीं उठाए गए, तो हम पानी की एक-एक बूंद के लिए संघर्ष कर रहे होंगे क्योंकि तब जल का स्तर भयानक रूप से नीचे गिर चुका होगा।


आज मैं इस मुद्दे पर कुछ सुझावों को साझा कर रहा हूँ। इनमें से कुछ बातें हमारे मित्र सी वी सिंह जी ने सांखवास से साझा की हैं। अपने विचार साझा करने के लिए मैं उनका आभारी हूँ। चूंकि दूर ढाणी में बड़ी आबादी रहती है, इसलिए सरकार को सभी परिवारों तक पहुंचने में काफी समय लगेगा।
प्राकृतिक संसाधनों से हमें मिलने वाला अधिकांश पानी प्रदूषितध्अशुद्ध होता है और इसलिए हमारे क्षेत्र में बीमारियाँ पैदा होती है तथा श्रम की उत्पादकता और व्यापार पर भी इसका प्रभाव पड़ता है।


हम इसका मुकाबला कैसे करेंघ् सबसे पहले पानी के टैंकर सिस्टम को नियमित करने की जरूरत है। दूसरे, बारिश के पानी को घरों के अंदर जमा करने के उपाय करने चाहिए। तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण है जागरूकता पैदा करने के लिए शिक्षा का उपयोग करना। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि इस क्षेत्र में हमारे बच्चों के लिए एक उज्ज्वल और प्रचुर जल वाला भविष्य प्रदान करने के लिए अधिकतम प्रयास करें।