अपने आदर्श स्वामी विवेकानंद जी के पदचिन्हों पर चलते हुए, मेरा उद्देश्य युवाओं को नेताओं के रूप में उभरने और कार्यभार संभालने के अवसर प्रदान करना है। मेरा मानना है कि युवाओं में पर्याप्त क्षमता है और वे देश की स्थिति में सफलतापूर्वक सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। सबसे पहले, मैंने “वालंटियर फॉर मारवाड़” की शुरुआत की है, ये उन भावुक, प्रेरित युवा समूह के लिए एक पहल है, जो अपने योगदान से मारवाड़ की सफलता की कहानी में अपना नाम लिखवाना चाहते हैं। यह पहल हमारे माननीय मुख्यमंत्री और माननीय प्रधानमंत्री के समर्पित प्रयास के कारण ही संभव हो पाया है।
यह पहल मारवाड़ की आबादी की जरूरतों को पूरा करती है और दुनिया भर के विभिन्न लोग इसका समर्थन करते है। हमारे बढ़ते समुदाय ने भारत के अंदर और बाहर कई उद्योगों में कई सफलताएं हासिल की हैं। हम अपने पास मौजूद संसाधनों का सफलतापूर्वक उपयोग करके विकास के लिए अपने क्षितिज का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। हम, एक संपन्न समुदाय के रूप में, अपनी सरकार और प्रशासन के लिए लगातार नवाचार और नए विचार पेश करने के लिए समर्पित हैं, जिससे समुदाय की तरफ भी उनका ध्यान आकर्षित हो। वर्तमान में, हम एक इंटरनेट-आधारित मंच हैं, जो हमारे क्षेत्र के भविष्य को सर्वोत्तम रूप से तैयार करने के लिए विचारों और योगदानों को एकत्रित कर उनका सही उपयोग करते हैं। हम दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान, मारवाड़ में अपने गौरव के बुनियादी ढांचे के विकास में किसी भी व्यक्ति द्वारा दिए गए किसी भी प्रकार के योगदान की सराहना करते हैं। हम विभिन्न अभियान चलाकर वर्षा जल संचयन इकाइयों को विकसित करने, चेक डैम के निर्माण और जल संरक्षण को प्रोत्साहित करने पर लोगों ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
हमारे निष्कर्षों के अनुसार, जोधपुर में 6-14 वर्ष की आयु के 8.3% बच्चे हैं जो अभी स्कूलों तक नहीं पहुँच पाएं हैं और यह एक चिंताजनक स्थिति है जो हमें जिले के विकास की दिशा में काम करने का आग्रह कर रही है। खराब स्वास्थ्य सेवाएं भी जिले की बिगड़ती स्थिति में योगदान करती हैं। हम ऐसे स्वयंसेवकों की तलाश कर रहे हैं जो अपने मूल्यवान विचार और प्रयासों को साझा करके हमारे क्षेत्र की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद कर सकें। हमारा मानना है कि यदि कुशल स्वास्थ्य व्यवसायिक लोग स्थानीय नागरिकों को प्रशिक्षित करते हैं और जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित करते हैं, तो हम मारवाड़ की दशा में सुधार ला सकते हैं। स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य देखभाल की आधारभूत बातों के साथ प्रशिक्षण देने से हमारे क्षेत्र में स्वास्थ्य देखभाल की स्थिति में काफी सुधार हो सकता है।
मेरा यह भी मानना है कि स्थापित उद्यमियों, उद्योगपतियों और व्यापारियों को कौशल विकास शिविरों के माध्यम से युवा जनसँख्या को शिक्षित करने की पहल के रूप में इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वे युवाओं को उनके करियर के लिए तैयार करने के लिए दुनिया भर के बाजारों और आपूर्ति श्रृंखलाओं की बुनियादी बातों से परिचित कराकर उन्हें सही रास्ते पर ले जा सकते हैं। जोधपुर विभिन्न परंपराओं और इतिहास से परिपूर्ण है। किले और रेगिस्तान की शानदार वास्तुकला इसे यात्रियों और आगंतुकों के लिए एक उत्कृष्ट स्थान बनाती है। हम स्वयंसेवकों को जिले की सुंदरता को दुनिया के सामने लाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और ऐसा करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। सोशल मीडिया के चलते हमारे पास अपने संभावित पर्यटकों को देने के लिए बहुत कुछ है और युवा इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
महिला शिक्षा को प्रोत्साहित करके भी स्वयंसेवक इस विकास की योजना में अपना योगदान दे सकते हैं क्योंकि जोधपुर में महिला साक्षरता सिर्फ 41% है। इस क्षेत्र में बहुत गुंजाइश बाकी है और हम जिले में शैक्षिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महिला साक्षरता अभियान चला सकते हैं। हम खेल के बुनियादी ढांचे को बेहतर करके ग्रामीण युवाओं की खेलों में भागीदारी भी बढ़ा सकते हैं।
हमारे देश की सबसे बड़ी चिंता यह है कि कई कारणों से युवा नशे की गिरफ्त में हैं और इसे अपने देश के विकास में बाधा डालने से रोकने के लिए, हम नशामुक्ति शिविरों का आयोजन कर सकते हैं और नशे की लत के विरूद्ध जागरूकता फैला सकते हैं। जोधपुर में भारी मात्रा में सौर ऊर्जा का उपलब्ध है जिसका अभी भी बिजली उत्पादन के लिए प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाना बाकी है। हम अपने युवाओं को 25,000 मेगावाट सौर ऊर्जा बनाने के हमारे माननीय मुख्यमंत्री के एजेंडा में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
ये कुछ चिंताएँ हैं जो “वालंटियर फॉर मारवाड़” के काम करने के प्रमुख उद्देश्य हैं और इस प्रकार हमें राष्ट्र का विकास करना है। यह उन सभी उत्साही, युवाओं के लिए आह्वान है जो मारवाड़ की सेवा करने और इसे राजस्थान में एक मजबूत इकाई बनाने के लिए कार्य करना चाहते हैं। आज ही शामिल हों!