इस डिजिटल दुनिया में, प्रौद्योगिकी निर्धारित करती है कि भविष्य क्या है। हमारी पीढ़ी के लिए उच्चत्तम भविष्य तैयार करने की अंतिम जिम्मेदारी हमारी है। लेकिन यह तभी संभव हो सकता है जब हम उनके वर्तमान को सुरक्षित करें। भविष्य बढ़ती संभावनाओं का वादा तब ही कर सकता है यदि वर्तमान में अवसर हों। एक बेहतर समाज के रूप में अपने व्यक्तिगत और सांप्रदायिक विकास के लिए मौलिक, सामाजिक, आर्थिक और स्वामित्व के अधिकारों के बाधारहित एकीकरण को अनिवार्य रूप से लागू करना आवश्यक है। यह व्यक्तिगत क्षमता को बढ़ाएगा और यह सुनिश्चित करेगा कि सभी जाति, लिंग और सभी क्षमता स्तरों के समुदाय शिक्षा, कार्य और जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए अच्छी तरह तैयार हों।
मेरा दृष्टिकोण यह है कि एक राष्ट्र अपने नागरिकों को ठोस नैतिक मानकों में कमी लाए बिना उनकी उच्चतम क्षमता प्राप्त करने में समर्थ बनाता है। हम श्इंडियन वैल्यू सिस्टमश् से सत्य, विनम्रता और महिमा के तीन सिद्धांतों को साझा करते हैं और इन सभी को स्थापित करना चाहते हैं।
राजस्थान एक मरुस्थलीय राज्य है, और यहां बारिश जितनी हो, कम ही होती है । लगभग 27 दिनों की वर्षा में, यहां केवल 496 मिमी पानी ही बरसता है। यह चिंताजनक नहीं है तो और क्या होगा। जल सुरक्षा अब हमारी प्राथमिकताओं की सूची में सबसे ऊपर है और बाकी सभी की भी प्राथमिकताओं पर ही होनी चाहिए। सही कदम उठाने के लिए अभी भी बहुत देर नही हुई है। सक्रिय पहल और लगातार अनुवर्ती कार्रवाई ही एकमात्र ऐसी जरूरत है जो आम जनता के लिए सामाजिक और आर्थिक समानता की रक्षा करती है। सभी के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्षा जल संचयन, पानी के पुनर्चक्रण और पुनरू उपयोग, भूजल का बेहतर उपयोग, सूखे क्षेत्रों के लिए प्रबंधन और पानी की बर्बादी से बचने जैसे उपायों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। और आगे बढ़ते हुए, मैं केवल एक जलयुक्त राजस्थान नही बल्कि जल से भरपूर राजस्थान की कल्पना करता हूँ।
महात्मा गांधी ने एक बार कहा था कि स्वास्थ्य ही मनुष्य का वास्तविक धन है, न कि सोने और चांदी के टुकड़े, और तब से अब तक कोई इससे सच्ची बात नहीं बतायी गयी है। आम तौर पर, स्वास्थ्य को बीमारियों की अनुपस्थिति से आँका जाता है, लेकिन इसके विपरीत, यह एक पूर्ण शारीरिक, सामाजिक और मानसिक खुशहाली की स्थिति है। किसी व्यक्ति की पूर्ण क्षमता का दोहन करने के लिए अच्छा स्वास्थ्य एक पूर्वापेक्षा है। स्वस्थ व्यक्ति न केवल लंबा और पूर्ण जीवन जीते हैं, बल्कि वे अपेक्षाकृत अधिक उत्पादक भी होते हैं और विकास के लिए अर्थव्यवस्था में योगदान करते हैं। भारत के संविधान में राज्य के नीति निदेशक तत्व राज्य को सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करने का निर्देश देते हैं, और मैं इसमें अत्यधिक विश्वास रखता हूँ और सचेत रूप से इसे अपने काम में शामिल करने का प्रयास करता हूँ। इसे ध्यान में रखते हुए, मैं स्वास्थ्य सेवा की बुनियादी रूपरेखा में निवेश को बढ़ाने, चिकित्सा क्षेत्रों में मानव संसाधनों में सुधार करने और चिकित्सा सेवाओं को समाज में प्रत्येक व्यक्ति के लिए सुलभ और सस्ती बनाने में मदद करने के लिए चिकित्सा क्षेत्र में निजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए समर्पित हूँ।
महिलाएं मानवता का दिल और जान हैं, और वे एक राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मेरा मानना है कि महिलाओं को किसी सशक्तिकरण की जरूरत नहीं है। मेरा विश्वास करें वे पहले से ही सशक्त और सक्षम हैं। मेरे चारों ओर सबल महिलाओं की वंशावली के साथ, मैंने खुद को इसका प्रत्यक्ष गवाह पाया है। हालंकि उनमे मर्दो से आधी ताकत हैं लेकिन हम उनकी हिम्मत का आंकलन नहीं कर सकते । उन्हें समर्थन की आवश्यकता नहीं है। उन्हें बस एक समान पायदान और एक समान खेल का मैदान चाहिए। आइए उनके जीवन की बाधाओं को दूर करें और उनके पेशेवर और व्यक्तिगत रास्तों को समतल करें। और उनके आसमान छूते प्रक्षेपवक्र के साक्षी बनें। अब समय आ गया है कि हम पितृसत्ता को फिर से परिभाषित करें और इस शब्द का समर्थन करें। नारी मुक्ति, भेदभाव, और वे जो जोखिम उठातीं हैं, वे हमारी विफलताएं हैं, न कि महिलाओं के असफल होने का कारण। हमारी सामाजिक व्यवस्था को जिन तीन सिद्धांतों को अपनाने की जरूरत है, वे हैं समानता, निष्पक्षता और पहुंच। बाकी महिलाएं स्वयं एक पूरी नई दुनिया गढ़ने में सक्षम हैं।
भारत एक कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था है। और राजस्थान की लगभग 70% आबादी के कृषि पर निर्भर होने के कारण, छोटे किसानों और भूमिहीन श्रमिकों को सशक्त बनाना बहुत महत्वपूर्ण है, जो कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। यह देखते हुए कि हम एक रेगिस्तानी राज्य में रहते हैं, मानसून पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं हो सकता है। हमें कुशल मानव पूंजी के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के रूप में वैज्ञानिक कृषि पद्धतियों द्वारा बदलाव करने की आवश्यकता है; इससे बड़े पैमाने पर कृषि में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। हाइब्रिड बीजों, उन्नत उपकरणों, अत्याधुनिक उर्वरकों में निवेश करने से छोटे किसानों की फसल पैदावार में प्रभावी रूप से वृद्धि हो सकती है। कुशल सिंचाई, उचित खेती और पौधों की प्रजनन तकनीकों के बाद, हम अब से लगभग दस साल बाद एक और हरित क्रांति देख सकते हैं।
राजस्थान आश्चर्यजनक दृश्यों का संसार है, शाही विरासत का गवाह है, शाही स्मारकों की भूमि, विविध वनस्पतियों और जीवों भरपूर, और सुंदर परिदृश्य, पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय स्थल है। 2013 में, 3.16 करोड़ से अधिक लोगों ने रेगिस्तान की इस भूमि में इत्मीनान से अपना समय बिताने के लिए राजस्थान वेकेशन डेस्टिनेशन के रूप में चुना । वर्तमान समय में पर्यटन क्षेत्र को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इसे एक स्थायी रास्ते पर लाने के लिए पर्यटन उद्योगों में साझेदारी और नेटवर्किंग की आवश्यकता है- उद्योगों, सरकारों और स्वयं पर्यटकों के बीच साझेदारी। मैं आतिथ्य क्षेत्र में अपने अनुभव और शिक्षा का उपयोग करने का इरादा रखता हूँ ताकि राज्य में पर्यटकों की एक बड़ी संख्या का स्वागत करने के लिए प्रभावी ढंग से रास्ते खुल सकें। स्थायी पर्यटन से राष्ट्र और राज्य को न सिर्फ वित्तीय अपितु सांस्कृतिक लाभ होने की संभावना भी बढ़ती है। आजकल, यात्री अपनी छुट्टियों में केवल आराम करने से अधिक अपेक्षा करते हैंय उनकी आपूर्ति करने के लिए क्यूरेटेड अनुभवों और उदाहरणों की आवश्यकता है।
गुणवत्तापूर्ण जीवन के लिए बिजली एक आवश्यक तत्व है। यह एक अति-आवश्यक सुविधा है जिसका प्रत्येक नागरिक के पास अधिकार होना चाहिए। मेरा विजन मेरे राज्य में 24 घंटे बिजली के साथ हर किसी के घर में बिजली उपलब्ध कराने का मार्ग प्रशस्त करती है। राजस्थान में ग्रामीण आबादी राज्य की कुल आबादी का 75% है, और यह एक बहुत बड़ी संख्या है जिसे नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है। उनके पास गुणवत्तापूर्ण जीवन तक पहुंच होनी चाहिए। वे भी बाकियों की तरह हर सुख के हकदार हैं। मैं अपने प्रेरणास्रोतों को काम करते हुए देखकर बहुत धन्य महसूस करता हूँ जो ग्रामीण लोगों को बिजली उपलब्ध कराने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। हमारे राज्य के मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा नीति 2014 के तहत सपने को साकार करने के लिए और सभी तक सौर ऊर्जा पहुंचाने के लिए रात दिन मेहनत रहे हैं। मैं अपने प्रधानमंत्री जी को भी धन्यवाद देना चाहता हूँ, जो लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए शहरीकरण को लागू करने के लिए काम कर रहे हैं। हम निश्चित रूप से मांग की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए बायोमास जैसे नवीकरणीय संसाधनों का उपयोग करके राज्य के लिए बिजली पैदा कर सकते हैं।
नरेंद्र मोदी जी का दृढ़ विश्वास है कि हम कौशल विकास को जितना महत्व देंगे, हमारे युवा उतने ही सक्षम होंगे। मैं अपने प्रधानमंत्री जी का आभारी हूँ कि उन्होंने कौशल भारत योजना शुरू करने और रोजगार पैदा करने में मदद की। साथ ही, मैं हमारे माननीय मुख्यमंत्री जी का विशेष उल्लेख करता हूँ कि इस दिशा में काम करने के लिए अप्रेंटिसशिप एक्ट शुरू किया। हमारे राज्य में कौशल हासिल करने और राष्ट्र निर्माण की दिशा में हर स्तर पर काम करने की अनंत संभावनाएं हैं। हमारी कामकाजी आबादी में हर साल 6 लाख की बढ़ोतरी होती है, और यह समय है कि हम भर्तियाँ करना शुरू करें। हम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, औद्योगीकरण और उद्यमिता को प्रोत्साहित करके युवाओं के लिए अधिक अवसर पैदा कर सकते हैं।
अच्छी शिक्षा अच्छे नागरिकों का निर्माण करती है। शिक्षा लोकतांत्रिक व्यवस्था में काम करने के लिए नागरिकों को उपयुक्त आकार देती है और इसके साथ संरेखित मूल्यों को विकसित करती है। एक सही विद्यालय प्रणाली यह सुनिश्चित करती है कि हम अपने भावी नागरिकों की क्षमता का सही उपयोग करें तथा और गुणी व काबिल लोगों को ऊपर उठाएं। शिक्षा हमें अपने आसपास की दुनिया की समझ देती है और हमें बाहर की दुनिया की झांकी भी दिखाती है। प्रत्येक मनुष्य को शिक्षा का अधिकार होना चाहिए। नस्ल, पंथ और लिंग पक्षपात से परे, शिक्षा से व्यक्ति के लिए विभिन्न क्षेत्रों के अन्य व्यक्तियों के बराबर खड़ा होना संभव हो पाता है। यदि आप आज भविष्य के लिए तैयारी करते हैं तो शिक्षा कल के लिए आपका पासपोर्ट है।
खेल हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमारी संवेदनाओं को विकसित करते हैं और हमें अनुशासन सिखाते हैं जिन्हें अन्यथा नहीं सीखा जा सकता है। वे हमारी क्षमताओं और शक्तियों को बढ़ाने में अत्यधिक सहायक होते हैं जो हमें बाद में हमारे वयस्क जीवन में किसी न किसी रूप में लाभान्वित करते हैं। इतना ही नहीं, खेल में विकास से अच्छे खिलाड़ी भी बनते हैं जो देश को गौरवान्वित करते हैं। मेरा मिशन राज्य के विकास में योगदान देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में खेल की गुणवत्ता को बढ़ाना है।
ड्रग्स में हमारे युवाओं के जीवन को अकल्पनीय तरीके से तबाह करने की क्षमता रखते है। यह मुझे बहुत आहत करता है कि हमारे युवा नशे में डूबे हुए हैं और खुद को बर्बाद कर चुके हैं। यह ऐसा जहर है जो लोगों की जान ले लेता है और देश की सामूहिक क्षमता को बर्बाद कर देता है। मेरा एक और सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा इस मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाना, नशामुक्ति शिविर आयोजित करना, ड्रग्स से जुड़े कलंक को मिटाना और विकास के रास्ते में आने वाली अन्य बाधाओं के खिलाफ प्रभावी उपाय करके हमारे युवाओं में नशे लत से बचाना है।