यदि मैं स्वयं को एक उद्यमी के रूप में परिभाषित करना चाहूं तो भले ही मैं स्वयं को एक व्यवसायी की श्रेणी में रखूं लेकिन मेरी ऊर्जा और मेरा जुनून एक कार्यकर्ता के रूप में पूर्णता पाता है।
किसी भी व्यवसाय को संचालित करना आसान नहीं होता। यह जिस रूप में आपको आज दिखाई दे रहा है, वह वर्षों की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। एक व्यवसायी के रूप में उतार चढ़ाव भरे दौर और अनुभवों से मैंने सीखा है कि किसी व्यवसाय या उद्योग के सफलतापूर्वक प्रबंधन के लिए व्यक्ति को निरंतर अपने विचारों को वास्तविकता में बदलने की जरूरत होती है। किसी भी व्यवसायी में लोगों की जरूरतों को समझने और उन्हें वही प्रदान करने की भावनात्मक संवेदनशीलता होनी चाहिए।
ईश्वर की कृपा से, मैं कई वर्षों से एक उद्यमी रहा हूँ और निम्नलिखित व्यवसायों का संचालक रहा हूँ।
खींवसर ग्रुप ऑफ होटल्स
यह ‘नेशनल ग्रैंड हेरिटेज अवार्ड फॉर एक्सीलेंस’ (पर्यटन विभाग, भारत सरकार द्वारा किसी भी विरासत संपत्ति को प्रदान की जाने वाली सर्वोच्च मान्यता) का प्राप्तकर्ता है। यह एक आईटीसी से संबद्ध होटल श्रृंखला होने के साथ ही एक निजी स्वामित्व वाली होटल फ्रैंचाइज़ी है जो राजस्थान की शाही विरासत और खूबसूरत वास्तुकला का मनोहारी निरूपण करती है। इसमें भव्य और शानदार सुइट्स और कमरे हैं जो पुराने जमाने के अप्रतिम सौंदर्य को आधुनिक सुख-सुविधाओं के साथ पुनर्स्थापित करते हैं।
खींवसर फोर्ट और खींवसर ड्यून्स विलेज
इन्होंने खींवसर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक बना दिया है। यह अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। एक शानदार विरासत स्थल और रेगिस्तानी पर्यटन स्थल के रूप में यह एक अनोखी पहचान वाले दावेदार के रूप में उभरा है। रेत के नीचे आपके पांव और शाही भव्यता के साथ यह ‘सपनों की दुनिया’ में छुट्टियां मनाने के स्वप्न को साकार करने हेतु सबसे अच्छा स्थान है। यह किला 1523 ईस्वी का है और ड्यून्स रिसॉर्ट भारत में अपनी तरह का एकमात्र स्थान है जिसमें 200 से अधिक एकड़ निजी टीलों और लक्जरी झोपड़ियों का समावेश है।
उर्वशीज़ रिट्रीट
यह हिमाचल प्रदेश के मनाली में सबसे शानदार बुटीक होमस्टे में से एक है। ऊर्जा व स्फूर्ति प्रदान करने वाला यह स्थान शहर के शोर-शराबे और रोजमर्रा की भागदौड़ वाली जीवनशैली से राहत प्रदान करता है। हिमालय की गोद में बसा यह स्थल स्वास्थ्य और आनंद का अद्वितीय मिश्रण है। चहुं ओर पसरी हरियाली, दूर दूर तक फैली चट्टानों और हवाओं की गुदगुदाती सिहरन से युक्त यह स्थान एक बढ़िया ग्रीष्मकालीन शिविर की सेटिंग है। यह सचमुच असीम ऊर्जा प्रदान करने वाला है। मेरी बहन उर्वशी द्वारा व्यक्तिगत रूप से प्रबंधित यह छोटा रिट्रीट ‘खींवसर आतिथ्य’ की अद्वितीय सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ता।
तिरुपति माइंस
खींवसर क्षेत्र में सबसे संगठित और नैतिक मापदंडों पर आधारित खनन संचालन में से एक है। खींवसर क्षेत्र में रासायनिक ग्रेड चूना पत्थर का भरपूर भंडार है। तिरुपति माइंस को राज्य में प्रमुख खनिज संसाधनों के विकास के लिए शामिल किया गया था और खींवसर में चूना पत्थर की खुदाई संयंत्र के साथ शुरू किया गया था। इसका एक अन्य उद्देश्य स्थानीय लोगों को निरंतर और स्थायी आय का प्रवाह प्रदान करना था। आज यह एक विशाल खनिज पोर्टफोलियो का दावा करता है। यह पारिवारिक प्रबंधित उद्यम बेहतरीन तकनीकों, तरीकों और प्रक्रियाओं को अपनाते हुए सर्वोत्तम आपूर्ति के लिए ख्याति प्राप्त कर चुका है।
खींवसर माइनकॉर्प
तिरुपति माइंस इसके फीडर के रूप में हाई-ग्रेड क्विक लाइम और हाइड्रेटेड लाइम का उत्पादन करने के लिए एक उन्नत तकनीकी संयंत्र है। यह स्विस प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगा जो राजस्थान में अपनी तरह की पहली तकनीक है जिसमें पूरे भारत और दुनिया भर में वितरण हेतु नेटवर्क होगा।
खींवसर एनर्जी
यह ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में आगामी 15 मेगावाट का सौर संयंत्र है। खींवसर एनर्जी खींवसर माइनकॉर्प के ऊर्जा-आवश्यक औद्योगिक संयंत्र को ऊर्जा प्रदान करेगी। हमारा उद्देश्य स्थायी प्रथाओं व नियमों का पालन करना तथा पर्यावरण के प्रति संवेदनशील रहना है।
करमसी एस्टेट्स
यह अपार्टमेंट समुदायों, कार्यबल आवास, वरिष्ठ निवासों और स्कूलों के विकास पर केंद्रित है। यह कंपनी राजस्थान में परियोजनाओं के विकास में सहायक होगी, जिसका मुख्य उद्देश्य सभी के लिए एक छत प्रदान करना है। यह समावेशी क्रांति ग्रामीण राजस्थान के लिए एक गेम चेंजर साबित होगी।
बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण चीज क्या है जो किसी व्यवसाय को करते समय ध्यान में रखनी चाहिए। पिछले दस वर्षों से एक उद्यमी होने के नाते, मैं पूर्ण रूप से कह सकता हूँ कि मैंने एक सफल व्यवसाय की तीन अनिवार्यताओं को जान लिया है।
ये हैं – जुनून, लोग और प्रक्रिया । मैंने अपने कई व्यवसायों में इन तीन गुणों का अनुभव किया है, और मेरा मानना है कि यही एकमात्र कारण है कि वे फलते-फूलते हैं और समृद्ध रूप से बढ़ रहे हैं। मैं आभारी हूँ कि हमारे सभी व्यवसायों ने इतने वर्षों में कई नयी ऊचाइयां और विकास देखे हैं। मैं अपने परिवार को धन्यवाद देना चाहता हूँ, जो मेरे व्यावसायिक जीवन में सौ प्रतिशत महत्वपूर्ण रहे हैं।
आइए जानें कि किसी भी समृद्ध व्यवसाय के लिए ये तीन पहलू क्यों आवश्यक हैं।
सूची में सबसे पहला स्थान है जुनून का । आप जीवन में जहां भी पहुंचना चाहते हैं, आपको आगे बढ़ने के लिए जुनून एक आवश्यक कारक है। आपको अपने ग्राहकों को जो सेवा देनी है उसके प्रति आपको ईमानदार होना चाहिए। ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान से सुनना और जुनून की उदार वेशभूषा संयुक्त रूप से एक सफल व्यवसाय स्थापित करने का नुस्खा है। हम सभी के जीवन में कुछ ऐंसी चीजें होती हैं जो अक्सर हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने में बाधाओं के रूप में आती हैं, लेकिन यह जुनून ही है जो हमें कभी रुकने और हार मानने नहीं देता। सफलता उन्हें आसानी से मिल जाती है जो जुनून से प्रेरित होते हैं।
कुछ साल पहले, मैं किसी ऐसे व्यक्ति से मिला, जिनका काम लोगों को एक कंपनी में प्रशिक्षित करना था। अपने काम में श्रेष्ठ होने के बावजूद, वे कुछ वर्षों के बाद ऊब गए, क्योंकि उनके काम में एक ही काम को बार-बार करना शामिल था। उन्हें अपनी नौकरी अच्छी लगती थी, लेकिन उस नौकरी ने कभी उनके मन में कुछ नया, कुछ अलग करने की चाहत पैदा नहीं की। इसलिए, जब मैंने उनसे बात की, तो मैंने उनके साथ अपने दो शब्द साझा किए ताकि उन्हें उनके काम को बेहतर तरीके से करने के लिए प्रेरित किया जा सके।
जब आप अन्य व्यक्तियों के साथ काम कर रहे हों तो दो बातों पर विशेष ध्यान रखना चाहिए –
1. लोगों से जुड़ना। आपके कर्मचारियों के लिए काम करना जितना ज़रूरी है, उतना ही आपका उनके काम के बारे में बात भी ज़रूरी है। जब आपके साथ काम करने वाले लोग हों तो उन्हें अपना समय देना महत्वपूर्ण है। पारस्परिक विकास तभी होता है जब आप अपने कर्मचारियों की वृद्धि और विकास में सहयोगी होते हैं। वे आपके ब्रांड के स्तर में वृद्धि हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और आपको उन्हें न केवल उनका मेहनताना बल्कि वह पुरस्कार भी देना होगा जिसके वे हक़दार हैं।
2. कर्मचारियों को अच्छा और खुशनुमा माहौल देना चाहिए क्योंकि उन्हें जहाँ सम्मान मिलता है वे वहीं काम करना पसंद करते हैं, उन्हें महत्व दिया जाना चाहिए और उन्हें अपनी इच्छानुसार काम करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए और नियोक्ताओं को इन सभी बातों का सम्मान करना चाहिए। महान संगठनात्मक मूल्यों और नैतिकता का विकास करते हुए, आप अपने कर्मचारियों के साथ सही व्यवहार करें, जो आपके कर्मचारियों को आपकी कंपनी से संतुष्ट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उनके साथ वैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए जैसा कि कार्य क्षेत्र में योग्य हैं और वो भी इसलिए नहीं कि उन्हें अपनी तनख्वाह पाने के लिए काम करने की आवश्यकता है।
एक व्यवसाय का एक अन्य आवश्यक पहलू यह है कि उद्यमी को पता होना चाहिए कि लोगों की सेवा कैसे की जाती है। हमारे अतिथि सेवा वाले व्यवसायों (अर्थात् उर्वशी रिट्रीट और खींवसर ग्रुप ऑफ होटल्स) में कुछ ऐसा है जो हमारे उद्यमी विकास के लिए प्रमुख रहा है, वह है अपने ग्राहकों के साथ उचित और अच्छा व्यवहार करना। चूंकि व्यवसाय में लोगों के साथ जुड़ना होता है, इसलिए सामंजस्य की भावना इस जुड़ाव का आधार बन जाती है।
जन अर्थात लोग, मेरे उद्यमशीलता के सूत्र का दूसरा भाग हैं। वे हमारे व्यक्तिगत और व्यावसायिक पर्यावरण का एक अनिवार्य हिस्सा है। कोई उन्हें नजरअंदाज करके कार्य नहीं कर सकता। हमें व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों तरह से अपने जीवन को आगे बढ़ाने के लिए मूल्यवान और सार्थक संबंध बनाने होंगे। हालाँकि, हम यहाँ केवल दूसरे भाग के बारे में बात कर रहे हैं।
जब आप अन्य व्यक्तियों के साथ काम कर रहे हों तो दो बातों पर विशेष ध्यान रखना चाहिए –
1. लोगों से जुड़ना। आपके कर्मचारियों के लिए काम करना जितना ज़रूरी है, उतना ही आपका उनके काम के बारे में बात भी ज़रूरी है। जब आपके साथ काम करने वाले लोग हों तो उन्हें अपना समय देना महत्वपूर्ण है। पारस्परिक विकास तभी होता है जब आप अपने कर्मचारियों की वृद्धि और विकास में सहयोगी होते हैं। वे आपके ब्रांड के स्तर में वृद्धि हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और आपको उन्हें न केवल उनका मेहनताना बल्कि वह पुरस्कार भी देना होगा जिसके वे हक़दार हैं।
2. कर्मचारियों को अच्छा और खुशनुमा माहौल देना चाहिए क्योंकि उन्हें जहाँ सम्मान मिलता है वे वहीं काम करना पसंद करते हैं, उन्हें महत्व दिया जाना चाहिए और उन्हें अपनी इच्छानुसार काम करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए और नियोक्ताओं को इन सभी बातों का सम्मान करना चाहिए। महान संगठनात्मक मूल्यों और नैतिकता का विकास करते हुए, आप अपने कर्मचारियों के साथ सही व्यवहार करें, जो आपके कर्मचारियों को आपकी कंपनी से संतुष्ट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उनके साथ वैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए जैसा कि कार्य क्षेत्र में योग्य हैं और वो भी इसलिए नहीं कि उन्हें अपनी तनख्वाह पाने के लिए काम करने की आवश्यकता है।
एक व्यवसाय का एक अन्य आवश्यक पहलू यह है कि उद्यमी को पता होना चाहिए कि लोगों की सेवा कैसे की जाती है। हमारे अतिथि सेवा वाले व्यवसायों (अर्थात् उर्वशी रिट्रीट और खींवसर ग्रुप ऑफ होटल्स) में कुछ ऐसा है जो हमारे उद्यमी विकास के लिए प्रमुख रहा है, वह है अपने ग्राहकों के साथ उचित और अच्छा व्यवहार करना। चूंकि व्यवसाय में लोगों के साथ जुड़ना होता है, इसलिए सामंजस्य की भावना इस जुड़ाव का आधार बन जाती है।
कोई भी व्यक्ति आपसे केवल तभी बातचीत करेगा या जुड़ेगा, जब आपके पास वह हो जो उन्हें उत्साहित और मूल्यवान महसूस कराता हो। व्यवसाय एक मौलिक नियम पर काम करता है; यदि आप लोगों को उनकी जरूरत की वस्तुएं प्रदान कराते हैं, तो आप एक ऐसा संबंध बनाते हैं जो हमेशा के लिए रहता है, और आपका व्यवसाय केवल इसी प्रक्रिया से विकसित और सफल होगा। दृढ़ता और नियमित कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप, हम लोगों को अत्याधुनिक सेवाएं प्रदान करने के लिए एक बुनियादी संरचना तैयार करने में सक्षम हुए हैं ताकि हमारे साथ उनके अनुभवों को और बेहतर बनाया जा सके।
अन्नदाता चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना केवल हमारी सहानुभूति और वंचित लोगों की पीड़ाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य के साथ हुई थी। अपनी शिक्षा पूरी कर स्विटजरलैंड से लौटने के बाद, मैंने देखा कि कैसे खींवसर के लोगों को न्यूनतम और सरलतम सुविधाओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है। इस बात से मेरे अंदर एक ज्वाला पैदा हुई, और तब से, मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और वंचित लोगों को बेहतर जीवन जीने में मदद करने के लिए अन्नदाता चैरिटेबल ट्रस्ट को आगे बढ़ाने का कार्य करना शुरू कर दिया।
सौभाग्यवश, ईश्वर की कृपा से, आज हम पूरे क्षेत्र में हजारों परिवारों की सहायता करने में सक्षम हैं। हमने अधिक से अधिक लोगों को आगे आने और अपने उदार दान के माध्यम से अपना योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया है।
उद्यमशीलता के सूत्रों में अगला अनिवार्य बिंदु है- प्रक्रिया। कंपनी या किसी भी व्यवसाय के भाग्य का फैसला करने में प्रक्रिया एक आवश्यक कारक है। व्यवस्थित प्रक्रियाएं कर्मचारियों और नियोक्ताओं को सुसंगत और अधिक कुशलता से काम करने में सहायक होती हैं। प्रक्रिया के महत्व को निम्न बिंदुओं में समझाया गया है।
1. प्रक्रियाएं आवश्यक हैं। लेकिन उन पर अमल करना भी उतना ही जरूरी है। उच्च उत्पादकता और दक्षता बनाए रखने के लिए आप अपनी कंपनी के नए विचारों और प्रक्रियाओं को लेकर कैसे रणनीति बनाते हैं, यह आवश्यक है। निरंकुश मत बनो और सहयोग करने पर ध्यान केंद्रित करो, जोड़ तोड़ पर नहीं। इन प्रक्रियाओं को देखें और समझें कि आप उन्हें अपने व्यवसाय या विकास में इनका सहयोग लेने के लिए सबसे बेहतर तरीके से कैसे काम कर सकते हैं।
2. कार्यान्वयन के बाद, आत्मनिरीक्षण करना और अपनी प्रक्रियाओं को गहराई से देखना आवश्यक है कि यह काम कर रहीं है या नहीं। बारीकी से विश्लेषण करें और अपने दल से पूछें कि आप इन प्रक्रियाओं में कैसे सुधार कर सकते हैं और यदि इसमें कोई कमी है तो खुद को और कुशल बनाएं जिससे आप उन्हें सबसे लाभदायक स्थिति में ला सके। साथ ही, अपने कर्मचारियों की बात सुनें एवं जब वे कहें कि प्रक्रिया ठीक से काम नहीं कर रही है- देखें और सुधार करें!
संक्षेप में, प्रत्येक उद्यमी के लिए यह अति आवश्यक कारक हैं। ये न सिर्फ आपके काम को विकसित करते हैं बल्कि आप जो करते हैं उसे करने में पूर्ण संतुष्टि और आनंद प्रदान करते हैं।