साथियों, हिंदुत्व का विरोध करना कांग्रेस और कुछ अन्य पार्टियों के लिए एक फैशन बन गया है। ये तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेता हमेशा हमारी संस्कृति और रीति-रिवाजों का मजाक बनाने के अवसरों की तलाश में रहते हैं। कांग्रेस के एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपने माथे पर तिलक लगाने से इनकार करते हुए कहा कि यह उनके धर्म के खिलाफ है। राहुल गांधी ने भी कुछ महीने पहले कहा था कि जो पुरुष मंदिरों में जाते हैं वे वही पुरुष हैं जो महिलाओं का बलात्कार करते हैं। इससे पहले इनमें से किसी भी नेता ने देश के भीतर छुपे नकाबपोश आतंकवादियों के खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा। वे जानते हैं कि हिंदू शांतिप्रिय हैं और उनका विरोध नहीं करेंगे। इस रवैये के कारण ही पूरे देश में कांग्रेस का लगभग सफाया हो गया है। इन नेताओं को याद रखना चाहिए कि हमारे पूर्वज राम और कृष्ण थे और दुनिया भर में पूजनीय थे। हमें अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व होना चाहिए |
– धनंजय सिंह खींवसर