अम्बेडकर जयंती 2015

अम्बेडकर जयंती समारोह के दौरान धनंजय ने जोधपुर के विभिन्न ग्रामीण इलाकों का दौरा किया। उन्होंने हमारे देश में भीम राव अंबेडकर जी के योगदान के बारे में बताया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कैसे एक उदारवादी पृष्ठभूमि के व्यक्ति ने इतनी ऊंचाइयों को हासिल किया और युवाओं से अनुरोध किया कि वे इस दिन को केवल सार्वजनिक अवकाश के रूप में न मनाएं, बल्कि कुछ घंटे अपनी मातृभूमि के लिए काम करने में बिताएं।


बाबासाहेब की कई मूर्तियाँ जगह-जगह स्थापित होने के बावजूद आज बहुत कम लोग उनके वास्तविक मूल्यों का पालन करते हैं। धनंजय ने युवा पीढ़ी पर जोर दिया और कहा कि वे 2040 के भारत की कल्पना करें और अपने सपनों को साकार करने के लिए हर संभव तरीके से योगदान दें। युवाओं को अपने देश को हर चीज से ऊपर समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है और आज हमारे पास मौका है कि हम इसका पूरा लाभ उठाए और अपनी काबिलियत साबित करें।